Monday 30 January 2017

विवेकानन्द केंद्रीय पुस्तकालय में तीन दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानन्द केंद्रीय पुस्तकालय में तीन दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन सोमवार को किया गया। पुस्तक प्रदर्शनी के उद्घाटन सत्र को  संबोधित करते हुए बीएचयू के लाइब्रेरी साइंस के विभागाध्यक्ष एवं मानद पुस्तकालयाध्यक्ष प्रोफ़ेसर एच एन प्रसाद नें कहा कि ज्ञान की प्राप्ति एवं अनवरत बहाव  के लिए पुस्तकें लाभकारी होती हैं। पुस्तकालय ज्ञानोपयोगी पुस्तकों के चयन का माध्यम है। आज के दौर में ऑनलाइन ज्ञान का विस्तार हो रहा है ऐसे में ठोस अध्ययन या सन्दर्भ  के लिए अच्छे पुस्तकालयों की तलाश हर ज्ञान पिपासु करता है। 
अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष प्रोफेसर डी डी दूबे  नें कहा कि समृद्ध पुस्तकालयों का अपना एक अलग महत्व है जिसकी तुलना  हम ई-लाइब्रेरी से नही कर सकते। इस डिजिटल दौर में भी हमें उपयोगी किताबों की जरूरत दैनंदिन जीवन में पड़ती रहती है। उन्होंने कहा कि  शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए पुस्तकें देव प्रतिमा सरीखी हैं। 
विशिष्ट अतिथि दून  विश्वविद्यालय के डीन  स्टूडेंट वेलफेयर एवं प्रबंध  अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर एच  सी पुरोहित ने कहा कि  पुस्तकों से अच्छा कोई मित्र नही है। उन्होंने सभी से इस प्रदर्शनी का अवलोकन एवं ज्ञान अर्जन की अपील की। 
इसके पूर्व प्रदर्शनी में आये सभी लोंगो का स्वागत मानद पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ मानस पांडेय ने किया। सञ्चालन डॉ विद्ययुत कुमार मल  द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मिजोरम केंद्रीय विश्वविद्यालय आइजोल के प्रोफ़ेसर एस एन  सिंह ,डॉ वीडी शर्मा , डॉ अविनाश पार्थिडकर,डॉ मनोज मिश्र,डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ,डॉ आशुतोष सिंह ,अमित वत्स ,डॉ अवध बिहारी सिंह,डॉ सुनील कुमार ,डॉ आलोक सिंह ,परमेन्द्र विक्रम सिंह ,रामजी सिंह ,स्वतंत्र कुमार ,श्याम त्रिपाठी ,अवधेश प्रसाद ,प्रियंका सिंह ,दीपक सिंह ,राकेश कुमार सहित आये हुए प्रकाशक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

No comments:

Post a Comment