Wednesday 14 September 2016

हिन्दी दिवस समारोह

 
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विष्वविद्यालय के विवेकानन्द केन्द्रीय पुस्तकालय में हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डिजिटल भारत में युवाओं की भूमिका विषयक भाषण प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। 
समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रो. बीबी तिवारी ने कहा कि आज सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से हिन्दी को आत्मसात किया जा रहा है जो भविष्य में हिन्दी के उत्थान के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि त्वरित प्रगति के लिए सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिन्दी का राष्ट्रीय परिदृष्य में सर्वाधिक उपयोग लाये जाने की जरूरत है।
संकायाध्यक्ष डॉ. अजय प्रताप सिंह ने कहा कि मनोवैज्ञानिक तथ्य है कि हम अपनी बाल्यावस्था में जो सुनते हैं वही बोलते हैं। इस समय हमें व्याकरण का बोध न होने के बावजूद भी हमारी भाषा और उच्चारण शुद्ध रहते हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दी में अच्छा लेखन और वक्ता के लिए एक अच्छा श्रोता और पाठक होना जरूरी है।
जनसंचार विभाग के प्राध्यापक डॉ. मनोज मिश्र ने हिन्दी के राजभाषा होने तक के सफर को विद्यार्थियों के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि मीडिया एवं फिल्मों ने हिन्दी को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। उन्होंने कहा कि हम हिन्दी भाषी लोगों की जिम्मेदारी है कि हम इस भाषा में धीरे-धीरे लुप्त हो रहे व्याकरण को सुधारने की दिशा में पहल करें। हिन्दी संस्थानों की भाषा व्याकरण से संबंधित पुस्तकों को पढ़ें और पढ़ने के लिए प्रेरित करें। गूगल गुरू के भरोसे ही हम हिन्दी भाषा को न छोड़ें।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डॉ. रजनीश भाष्कर ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हम सरकारी और निजी दोनों कामकाज में हिन्दी के उपयोग को सर्वाधिक प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि इससे ही हम सुदृढ़ भारत का निर्माण कर पायेंगे।
इस अवसर पर डिजिटल भारत में युवाओं की भूमिका विषयक भाषण प्रतियोगिता में एमएससी बॉयो केमिस्ट्री के विद्यार्थी रूद्र सेठ ने प्रथम, एमएससी बॉयोटेक की विद्यार्थी गरिमा सिंह ने द्वितीय, एमएससी बॉयोटेक की विद्यार्थी प्रियंका सिंह ने तृतीय एवं एमएससी बॉयो केमिस्ट्री के शिल्पम त्रिपाठी तथा ओंकार यादव ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। इन विद्यार्थियों को श्रीमदभागवदगीता की पुस्तक एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डॉ. सुशील सिंह, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. आलोक गुप्ता, डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. सुनील कुमार, आलोक दास, सत्यम उपाध्याय, नीतिन चौहान, अभिषेक गुप्ता, श्यामल श्रीवास्तव, द्विजेन्द्र उपाध्याय, पंकज सिंह, शुभांशू जायसवाल, धर्मपाल यादव, संजीव कुमार सहित तमाम विद्यार्थी मौजूद रहे। संचालन पुस्तकालय प्रभारी डॉ. विद्युतमल ने किया।

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