Thursday 15 September 2016

खिलाड़ी सम्मान समारोह - 2016








राजभवन में सम्मानित हुए पूर्वांचल विश्वविद्यालय के खिलाड़ी

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय एवं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की ओर से 15 सितम्बर को राजभवन लखनऊ के गांधी सभागार में आयोजित खिलाड़ी सम्मान समारोह में कुलाधिपति एवं राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्री राम नाईक ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 44 खिलाड़ियों एवं काशी विद्यापीठ के 21 खिलाड़ियों को स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक से सम्मानित किया। इसके साथ टीम प्रशिक्षक व टीम मैनेजर भी सम्मानित हुये।
सम्मान समारोह में कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपको सम्मानित करते हुए मैं गौरवान्वित हूं। उन्होंने कहा कि आप खेल-कूद के साथ अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान दें। जीवन के हर क्षेत्र में पूर्णता होनी चाहिए। उन्होंने स्वामी विवेकानन्द की ‘‘उठो-जागो और तब तक न रूको जब तक लक्ष्य हासिल न हो जाय’’ को जीवन का मार्गदर्शक वाक्य बनाने का आह्वान किया। उन्होंने उपस्थित खिलाड़ियों एवं विद्यार्थियों को 4 जीवन मंत्र दिये। उन्होंने कहा कि सदा मुस्कुराते रहो, जो कोई अच्छा कार्य करता है उसे अच्छा कहना सीखो, किसी की अवमानना न करो एवं आप जो भी करते हैं वह और अच्छा कैसे हो सकता है, सतत् इसका चिंतन करते रहें। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में कड़ी मेहनत से ही आगे बढ़ा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि राज्य विश्वविद्यालयों में छात्राएं पठन-पाठन एवं पदक प्राप्त करने में आगे जा रही हैं। उन्होंने रियो ओलम्पिक की सुधि दिलाते हुए कहा कि आज पूर्वांचल विश्वविद्यालय की 19 छात्राओं को पदक प्राप्त होना अपने आप में महिला सशक्तिकरण को दर्शाता है।
समारोह में स्वागत करते हुए वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के स्थापना के 29 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। इन वर्षों में विश्वविद्यालय ने शिक्षा, शोध, शैक्षणिक एवं पराशैक्षणिक क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित की हैं, विशेषतः क्रीडा के क्षेत्र में। उन्होंने कहा कि आज शहरीकरण के इस युग में खुले स्थान, मैदान की सीमित उपलब्धता एवं बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण में खेल-कूद, व्यायाम, सांस्कृतिक एवं युवाओं के सर्वांगीण विकास से संबद्ध अन्य गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। ऐसे में बौद्धिक के साथ-साथ शारीरिक क्षमता, विकास का अवसर प्रदान करने में विश्वविद्यालयों की भूमिका गुरूतर हुई है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. पृथ्वीश नाग ने कहा कि महात्मा गंाधी काशी विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने पठन-पाठन विज्ञान, वाणिज्य, कला एवं साहित्य के अपना प्रमुख स्थान बनाया है। विद्यार्थियों को खेल के क्षेत्र में उच्च कोटि के प्रशिक्षण हेतु विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्रशिक्षक के अतिरिक्त बाह्य प्रशिक्षकों की भी सहायता लेते हुए उत्तम कोटि के उपकरणों एवं स्टेडियम की व्यवस्था से विश्वविद्यालय में खेल-कूद का एक स्तरीय वातावरण निर्मित किया गया है।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सचिव क्रीडा परिषद ने एवं काशी विद्यापीठ के सचिव क्रीडा परिषद ने खेल परिषद की वार्षिंक प्रगति आख्या प्रस्तुत की। समारोह की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्जवलित कर की गयी।  विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया। समारोह का संचालन  कुलसचिव डा. देवराज एवं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के उप कुलसचिव शेषनाथ पाण्डेय ने किया। क्रीडा परिषद के अध्यक्ष डा. एसपी ओझा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर लेडी गवर्नर माननीया कुंदा नाईक, प्रमुख सचिव कुलाधिपति सुश्री जूथिका पाटणकर, प्रमुख सचिव शिक्षा जितेन्द्र कुमार, कार्यपरिषद, वित्त समिति एवं खेलकूद परिषद के सदस्यगण,  वित्त अधिकारी एमके सिंह, उपकुलसचिव  संजीव सिंह, टीबी सिंह,  सहित विश्वविद्यालय शिक्षक, कर्मचारी, राजभवन के अधिकारीगण, कर्मचारी एवं समस्त खिलाड़ी उपस्थित रहे।

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