Saturday 11 June 2016

व्यावसायिक शिक्षा में शोध के उभरते आयाम विषयक गोष्ठी


 विश्वविद्यालय के संकाय भवन के कांफ्रेंस हॉल में व्यावसायिक शिक्षा में शोध के उभरते आयाम विषयक गोष्ठी का शुक्रवार को आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के पूर्व प्रोफ़ेसर बीपी सिंह कहा कि आज व्यवसायिक शिक्षा में शोध के नए नए आयाम उभर रहे है. शोधार्थियों  को बाजार में हो रहे परिवर्तनों पर नजर रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शोध समुद्र में गोता लगाकर एक मोती खोजने के समान है.शोध में पहले से मौजूद ज्ञान को एक नए दृष्टिकोण से देखने का प्रयास किया जाता है और नए ढंग से व्याख्या की जाती है. शोध के लिए ऐसे विषय का चयन करना चाहिए जो कि ज्ञान के क्षेत्र को एक नया आयाम दे.




गोष्ठी में प्रबंध अध्ययन संकाय के  शोधार्थी निवेदिता वर्मा, गरिमा आनंद एवं वर्षा ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया।
 प्रबंध संकायाध्यक्ष डॉ एच सी पुरोहित  ने कहा कि वित्त प्रबंधन के क्षेत्र में निरन्तर परिवर्तनहो रहे है. मुद्रा बैंक, स्टार्टअप इंडिया प्रोजेक्ट, मेक इन इंडिया आदि सरकार के नवीनतम कार्यक्रम है जो कि आर्थिक विकास और सामाजिक परिवर्तन में बड़ी भूमिका अदा करेंगे।इन कार्यक्रमों के प्रभाव एवं उपयोगिता को भी शोध का विषय बनाया जा सकता है. इस अवसर पर डॉ मानस पांडेय, डॉ अजय प्रताप सिंह, डॉ अविनाश पाथर्डिकर, डॉ वी डी शर्मा, डॉ वंदना राय, डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ आशुतोष सिंह,डॉ  रसिकेश,  डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ अलोक सिंह,परमेंद्र विक्रम सिंह, राजेश कुमार समेत विभिन्न संकायों  शोधार्थी एवं शिक्षक मौजूद रहे.



No comments:

Post a Comment