Wednesday 13 January 2016

स्वामी विवेकानन्द जयंती

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानन्द केन्द्रीय पुस्तकालय में स्वामी विवेकानन्द जयंती मनायी गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये पूर्व कुलपति एवं विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो0 डी डी दुबे ने स्वामी विवेकानन्द जी के जीवन एवं उनके आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी ने देश को एक नयी दिशा प्रदान की एवं उन्नति हेतु विज्ञान अध्ययन पर बल दिया। उनकी प्रेरणा से ही जमशेद टाटा ने विज्ञान संस्थान स्थापित किया। उन्होंने कहा कि विवेकानन्द जी का सम्पूर्ण व्यक्तित्व युवाओं के प्रेरणा स्रोत है। आज उनका संदेश युवा वर्ग को नयी दिशा प्रदान कर सकता है।  


मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी एम के सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द देश के सबसे बड़े जनसन्त रहे है। स्वामी जी के विचार आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व उनके विचारों के सामने नतमस्तक है। 

कार्यक्रम में डॉ एच सी पुरोहित ,अजय मिश्र एवं रश्मि रुकैया नें भी स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ विधुत मल एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ अविनाश पाथर्दीकर द्वारा किया गया। इस अवसर पर  डॉ आशुतोष सिंह डॉ मनोज मिश्र,डॉ एस पी तिवारी ,डॉ आलोक  सिंह ,डॉ सुशील कुमार ,डॉ अलोक गुप्ता ,डॉ अलोक दास ,अंशुमान ,डॉ राहुल सिंह ,परम्रेन्द्र विक्रम सिंह  सहित परिसर के विद्यार्थी मौजूद रहे।

No comments:

Post a Comment