Saturday 19 September 2015

किताबों की दुनिया पर चर्चा के साथ पुस्तक प्रदर्शनी का हुआ समापन

किताबों से बेहतर कोई दोस्त नहीं: प्रो. तिवारी
विश्वविद्यालय के विवेकानन्द केंद्रीय पुस्तकालय में चल रही तीन दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का समापन शनिवार को किताबों की दुनिया विषयक चर्चा के साथ हुआ। तीन दिवसीय पुस्तक मेले में शिक्षकों, कर्मचारियों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थी अपने विषयक एवं रूचि की पुस्तकों से रूबरू हुए। जागरूक विद्यार्थियों ने प्रकाशकों से पुस्तकों के सम्बन्ध में तमाम जानकारियां ली एवं क्रय की। 
 समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि इंजीनियरिंग संकायाध्यक्ष प्रो. बीबी तिवारी ने कहा कि किताबों की दुनिया की सैर इस पुस्तक प्रदर्शनी ने कराया है। पुस्तक प्रदर्शनी ऐसे ज्ञान को हमारे सामने लाते है जो हमारे जीवन की खोज रहती है। विद्यार्थियों के लिए किताबों से बेहतर कोई दोस्त नहीं है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने पाठ्यक्रम के अतिरिक्त भी पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए। तकनीकी युग में प्रकाशित पुस्तकों का आज भी बहुत बड़ा महत्व है।
अध्यक्षीय सम्बोधन में मानद पुस्तकालयाध्यक्ष डा. मानस पाण्डेय ने कहा कि इस पुस्तक मेले के माध्यम से विद्यार्थियों को किताबों से जोड़ने के लिए एक छोटा सा प्रयास किया गया है। तीन दिन के इस पुस्तक मेले में विद्यार्थियों का जो रूझान देखने को मिला है वह निश्चित तौर पर शुभ संकेत है। उन्होंने पुस्तक मेले में आये प्रकाशकों को भी धन्यवाद दिया।

प्रबंध संकायाध्यक्ष डा. एचसी पुरोहित ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को किताबों की दुनिया से जोड़ने के लिए बड़े स्तर पर काम किया है। शिक्षक व विद्यार्थी के लिए कभी भी किताबों की दुनिया की सैर खत्म नहीं होती। उन्होंने विश्वविद्यालय में पुस्तकालय की स्थापना से लेकर उसके विस्तार पर विस्तृत प्रकाश डाला।
सामाजिक विज्ञान संकाय के अध्यक्ष डा. अजय प्रताप सिंह ने कहा कि यह पुस्तक मेला निश्चित तौर पर विद्यार्थियों को सतत अध्ययन की प्रेरणा देगा। नये ज्ञान के सृजन के लिए किताबों का बड़ा योगदान है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि नियमित तौर पर पुस्तकालय आये और अपने शिक्षा के कार्यकाल के दौरान जितनी किताबों से जुड़ सके उसके लिए प्रयासरत रहे।
डा. अविनाश पाथर्डीकर ने कहा कि इस पुस्तक प्रदर्शनी में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों द्वारा चयनित स्तरीय पुस्तकें शीघ्र ही पुस्तकालय में उपलब्ध होगी। जिससे उनके ज्ञान में वृद्धि होगी। पुस्तक प्रदर्शनी में निशा, मेट्रो, सेज, मैग्राहिल, न्यू एज इंटरनेशनल, कंसोटियम, यूनिवर्सिटी पब्लिकेशन, श्री पब्लिकेशन, हिमालया पब्लिकेशन, आक्सफोर्ड, इंडिका, विले समेत लगभग तीन दर्जन प्रकाशकों ने भाग लिया।
समापन सत्र का संचालन डा. विद्युत मल्ल एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. दिग्विजय सिंह राठौर ने किया। प्रदर्शनी के तीसरे दिन डा. अजय द्विवेदी, डा. एके श्रीवास्तव, डा. बीडी शर्मा, डा. एसपी तिवारी, डा. संजीव गंगवार, डा. रामनरायन, डा. राजकुमार सोनी, डा. मनोज मिश्र, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. सुनील कुमार, डा. कार्तिकेय शुक्ल, डा. विवेक पाण्डेय, अवधेश समेत तमाम शिक्षक, कर्मचारी, विद्यार्थियों ने शिरकत की।

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