Saturday 18 April 2015

विश्वविद्यालय में संसद


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कांफ्रेंस हाल में 12वीं राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन संसदीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि जौनपुर के सांसद डा. केपी सिंह, विशिष्ट अतिथि भारत सरकार के नामित समन्वयक डा. के. वेंकटेशन, डा. राजमणि मिश्रा एवं अध्यक्ष प्रो. डीडी दूबे रहे।
युवा संसद की कार्यवाही प्रारम्भ होने पर स्पीकर बनी अनम बेग ने सभी सांसदों का सदन में स्वागत किया एवं सदन सुचारू रूप से चलाने का आग्रह किया। तत्पश्चात सेक्रेटरी जनरल दिव्या सेठी द्वारा नवनिर्वाचित सांसद अमर भारती एवं अभिषेक को शपथ ग्रहण दिलायी गयी। जर्मन एयरविंग ए 320 के हादसे पर शोक जताते हुए स्पीकर प्रधानमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष ने अपनी संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री द्वारा इसके बाद अपने नये मंत्रियों का परिचय सदन से कराया। प्रश्नकाल की शुरूआत करते हुए स्पीकर ने निवेदिता श्रीवास्तव को आमंत्रित किया। निवेदिता ने प्रश्न किया कि अब तक कितने केंद्रीय विश्वविद्यालय बने है और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर को अब तक केंद्रीय विश्वविद्यालय क्यों नहीं बनाया गया है? इसका जवाब देते हुए एचआरडी मंत्री बनी साधना गौतम ने कहा कि देश में कुल 42 केंद्रीय विश्वविद्यालय है और जहां तक मेरी जानकारी में है वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने का कोई प्रस्ताव अभी तक मंत्रालय में नहीं आया है। प्रस्ताव आने पर मंत्रालय अवश्य विचार करेगा। इसी तरह से रूचि ने कृषि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री से यह जानकारी प्राप्त करनी चाही कि गोदामों में लापरवाही के कारण अनाज बर्बाद होने की जानकारी है? इसके लिए क्या कदम उठाये गये है? कृषि एवं खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बने हरिश कुमार ने कहा कि यह एक बहुत अफसोसजनक सत्य है जिसका खुलासा करने में मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। उन्होंने कहा कि जो भी कमियां है उसे दूर किया जाएगा और दोषियों के विरूद्ध उचित कार्रवाई की जाएगी। सांसद बने पीयूष गुप्ता ने महिला एवं बाल विकास मंत्री से देश में महिला लिंगानुपात के गिरते हुए स्तर के बारे में जानना चाहा। महिला एवं बाल विकास मंत्री बनी बबिता विश्वकर्मा ने संसद सदस्य को बताया कि 2001 से लेकर 2011 की जनगणना के आधार पर प्रति 100 महिलाओं पर पुरूषों की संख्या 106.0 से घटकर 105.6 हो गयी है। सांसद बने सचिन केसरवानी ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री से प्रश्न किया कि देश के लाखों युवा सिगरेट तम्बाकू जैसे मादक पदार्थों का सेवन कर रहे है तथा लोग सार्वजनिक स्थलों पर नशाखोरी करते एवं धूम्रपान करते दिखाई देते है। इस पर आपका मंत्रालय क्या कर रहा है? स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बनी स्वाती श्रीवास्तव ने कहा कि 2003 की एक्ट संख्या 32 में सिगरेट और तम्बाकू आदि को बेचने और बनाने की शर्त रखी गयी है। इस सम्बन्ध में केंद्र संसद में एक विधेयक शीघ्र ही लाने वाला है कि धूम्रपान को रोका जा सके एवं इसके विरूद्ध जनचेतना को जागरूक करने के कार्यक्रमों को भी वृहद स्तर पर प्रसारित करने का प्रयास सरकार द्वारा किया जा रहा है। मोहम्मद शारिक ने स्पीकर महोदया के माध्यम से रेलमंत्री से यह जानना चाहा कि रेल हादसों के पश्चात मुआवजे का एलान कर दिया जाता है परन्तु यह मुआवजा भी सिर्फ आरक्षित श्रेणी के ही यात्रियों को मिलता है। जनरल बोगी के यात्री इससे वंचित रह जाते है। इसका जवाब देते हुए रेलमंत्री की भूमिका में अनुराग पाण्डेय ने कहा कि ऐसा नहीं है जनरल कोच के यात्रियों के पहचान में थोड़ा बिलम्ब होता है। वास्तविकता यह है कि मुआवजे की राशि सब तक पहुंचती है।
सदन में प्रतिपक्ष के नेता की भूमिका अदा कर रहे रजनीश कुमार पाण्डेय ने अन्नदाता की पीड़ा पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि किसानों की व्यथा देखी नहीं जा रही है। वे आज हताशा में आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे है। इस पर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है। जिसका जवाब देते हुए गृह मंत्री की भूमिका में आशुतोष कुमार ने कहा कि सरकारी अनुमान के अनुसार देश में 113 लाख हेक्टेयर की फसलें तबाह हुई है यह एक प्राकृतिक कहर है। सरकार सक्रिय है और किसान को हर संकट से उबारा जाएगा। राज्य सरकार के साथ मिलकर हम किसानों के दरवाजे तक पहुंचेंगे। जिन किसानों ने आत्महत्या की है उनके परिवारवालों को पांच लाख रूपये की आर्थिक मदद तथा जिनके पशु मरे है उन्हें 50 हजार रूपये की आर्थिक मदद तत्काल अलग से दी जा रही है। अंत में इस मुद्दे पर अपनी बात सदन में रखते हुए प्रधानमंत्री की भूमिका में अमन कुमार ने कहा कि यह एक राष्ट्रीय आपदा के रूप में हमारे खेतों पर बरसीं है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान एवं महाराष्ट्र में किसानों पर भीषण तबाही आयी है। आर्थिक रूप से दी जाने वाली मदद किसानों की समस्या का एकमात्र समाधान नहीं हो सकती। हम किसानों की दयनीय स्थिति को लेकर बेहद चितिंत है। हमने केंद्रीय कृषि मंत्री को निर्देश दिया है कि किसानों को जल्द से जल्द आर्थिक मदद मुहैया कराये। किसानों ने जो ऋण लिये है उनकी ब्याज दें कम की जाय, फसल बीमा के जरिए उनको धन दिलवाया जाय एवं सभी सांसदों से अनुरोध करता हूं कि अपनी एक माह की तनख्वाह कृषि राहत फण्ड में देने की कृपा करें। 
युवा संसद प्रतियोगिता में स्पीकर की भूमिका में विश्वविद्यालय की छात्रा अनम बेग, डिप्टी स्पीकर की भूमिका में नेहा तिवारी, प्रधानमंत्री की भूमिका में अमन कुमार, गृह मंत्री की भूमिका में आशुतोष कुमार, मानव संसाधन मंत्री की भूमिका में साधना गौतम, ऊर्जा मंत्री की भूमिका में श्रेयांस वात्स्यायन, महिला एवं बाल विकास मंत्री के रूप में बबिता विश्वकर्मा, स्वास्थ्य मंत्री के रूप में स्वाती श्रीवास्तव, रेल मंत्री के रूप में अनुराग पाण्डेय, खेल मंत्री के रूप में ऋषभ वाजपेयी, कोयला मंत्री के रूप में इंद्र कुमार पाल, नये मंत्री के रूप में अमित कुमार भारती, संसदीय कार्य मंत्री के रूप में अल्का सिंह, कृषि मंत्री के रूप में हरिश कुमार, मार्शल के रूप में अनुराग विक्रम, सेक्रेटरी जनरल के रूप में दिव्या सेठी तथा विपक्ष के नेता के रूप में रजनीश कुमार पाण्डेय सहित लोकसभा सांसदों के रूप में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी भूमिका को प्रस्तुत किया। इनमें से स्पीकर की भूमिका को अदा करने वाली छात्रा अनम बेग को प्रथम पुरस्कार, सांसद की भूमिका में रही निवेदिता श्रीवास्तव को द्वितीय पुरस्कार, प्रधानमंत्री की भूमिका निभाने वाले अमन कुमार को तृतीय पुरस्कार, सांसद की भूमिका में रही रूचि सिंह को चतुर्थ पुरस्कार, ऊर्जा मंत्री की भूमिका में रहे श्रेयांस वात्स्यायन को पंचम पुरस्कार, सेक्रेटरी जनरल की भूमिका में रही दिव्या सेठी को षष्टम पुरस्कार से सांसद डा. केपी सिंह एवं सरकार के नामित समन्वयक डा. के. वेंकटेशन सहित विशिष्ट अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
युवा संसद में विश्वविद्यालय के छात्रों को किरदार निभाते देख सांसद डा. केपी सिंह ने बहुत शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भविष्य के सांसद है समाज के लिए अभी से कार्य करना प्रारम्भ करें तथा आपके सकारात्मक गतिविधियों का लाभ समाज एवं देश के सामान्य नागरिक को भी मिले। अध्यक्ष प्रो. डीडी दूबे ने विद्यार्थियों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा मुझे विश्वास है कि हमारे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने आज एक नया मुकाम हासिल किया है। विशिष्ट अतिथि डा. राजमणि मिश्रा ने भावी सांसद से अपेक्षा की कि विधायी प्रक्रिया जैसी होनी चाहिए उसी व्यवहार की अपेक्षा उनसे है। संसद में सकारात्मक भूमिका की प्रतिक्षा देश करता है। उसी भाव से आप सभी अपना लक्ष्य हासिल करें। कार्यक्रम में आये अतिथियों का स्वागत डा. अजय द्विवेदी, डा. आशुतोष कुमार सिंह, डा. मनोज मिश्र एवं डा. अवध बिहारी सिंह ने पुष्पगुच्छ भेंटकर किया। संचालन कार्यक्रम के संयोजक डा. मानस पाण्डेय ने किया। दर्शक दीर्घा में डा. एके श्रीवास्तव, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. सुनील कुमार, डा. अमित वत्स सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे।

No comments:

Post a Comment