Wednesday 4 February 2015

दैनिक जीवन में तनाव से सब परेशान: प्रो. मल्लिका



विश्वविद्यालय के व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग में बुधवार को ‘तनाव एवं काउंसिलिंग’ विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन हुआ। इस मौके पर कलकत्ता विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की प्रो. मल्लिका बनर्जी बतौर मुख्य वक्ता कहा कि आज आम आदमी दैनिक जीवन में तमाम तरह के तनाव से परेशान है। बहुत सारे तनावों को वह खुद दूर कर लेता है जबकि बहुत से ऐसे तनाव होते है जो उसे निरन्तर परेशान करते रहते है। ऐसे में काउंसिलिंग की सहायता से स्वस्थ्य जीवन जीया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एक ही परिस्थिति में अलग-अलग लोगों में भावनाएं भी अलग-अलग होती है। परीक्षाओं में एक ही कक्षा के छात्र फेल होने के बाद भी पुनः प्रयास करता है वहीं दूसरा छात्र कम अंक पाने के कारण तनाव में रहता है और अपनी हार मान लेता है। आज तनाव के कारण ज्ञान होने के बावजूद व्यक्ति सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे है। 

उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों में तनाव एक आम बात है। जिसके कारण विद्यार्थी अपनी पूरी तैयारी होने के बावजूद परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते है। ऐसे विद्यार्थियों को परीक्षावधि के दौरान विशेष काउंसिलिंग आवश्यकता पड़ती है। इस प्रारम्भिक काउंसिलिंग में माता-पिता एवं शिक्षकों की बड़ी भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में अभिभावकों की अपनी बच्चों से अपेक्षाएं बहुत अधिक हो गयी है, जिसके कारण बच्चों में अतिरिक्त तनाव उत्पन्न हो जाता है। प्रो. रामजी लाल ने प्रो. मल्लिका बनर्जी का स्वागत किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. अजय प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर डाॅ. मनोज मिश्र, डाॅ. दिग्विजय सिंह राठौर, डाॅ. अवध बिहारी सिंह, डाॅ. सुनील कुमार, पंकज सिंह सहित विभाग के विद्यार्थी मौजूद रहे।

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