Tuesday 24 February 2015

कमजोर रोग प्रतिरोधी क्षमता वाले लोग स्वाइन फ्लू से होते है जल्द प्रभावित : डा. प्रतीक मिश्र

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा संकाय भवन में ‘‘स्वाइन फ्लू जागरूकता एवं बचाव’’ विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी के मुख्य वक्ता जनपद के होमियोपैथिक चिकित्सक डा. प्रतीक मिश्र ने कहा कि कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग स्वाइन फ्लू के एच1एन1 वायरस से जल्द प्रभावित होते है। स्वाइन फ्लू के भय से अत्यधिक सतर्कता के नाम पर बिना किसी विशेषज्ञ चिकित्सक के सलाह पर ली जाने वाली एंटी बायोटिक दवाएं एवं स्टेराॅयड दवाओं से रोगी को और नुकसान पहुंचता है। जनपद में अभी तक स्वाइन फ्लू का कोई भी मरीज प्रकाश में नहीं आया है। मौसम में बदलाव के चलते ऐसे अफवाहों पर ध्यान न देते हुए सामान्य फ्लू को स्वाइन फ्लू न समझें।
उन्होंने कहा कि हमारे यहां कुपोषण, नशा लेने की प्रवृत्ति के चलते लोगों में रोग प्रतिरोधी क्षमता कम है। इस कारण ऐसे लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सामान्य फ्लू में जहां सर्दी, जुकाम के साथ बुखार होता है वहीं स्वाइन फ्लू में तेज बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ,  किसी किसी को उल्टी एवं पेट दर्द, दस्त की भी शिकायत होती है। इसके बचाव के बारे में उन्होंने बताया कि दिनचर्या सही रखें, कोई नशा मत करें, प्रतिदिन व्यायाम करें, हरी सब्जियां लें, खान-पान पर ध्यान दें, साफ सफाई पर ध्यान दें। बीमार पड़ने पर चिकित्सक की सलाह अवश्य लें, सीधे मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने की प्रवृत्ति से बचे।
जनसंचार विभाग के प्राध्यापक डा. मनोज मिश्र ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों के हवाले से बताया कि इस वर्ष ठंड के मौसम का विस्तार लेना भी इस वायरस के प्रसार में मददगार साबित हुआ है। जैसे ही मौसम में गर्मी बढ़ेगी यह स्वतः समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सावधानी के लिए अभी सुबह शाम ठंड के कपड़े पहनना जरूरी है। भीड़ भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर सतर्कता के अलावा दिन में सफाई के साथ कम से कम चार बार साबुन से हाथ मुंह धोना बचाव के लिए कारगर उपाय है। व्याख्यान के अंत में उपस्थित विद्यार्थियों द्वारा स्वाइन फ्लू को लेकर तरह-तरह के प्रश्न पूछे गये जिसका जवाब डा. प्रतीक मिश्र द्वारा दिया गया।
प्रो. रामजी लाल ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया। विभागाध्यक्ष डा. अजय प्रताप सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इस अवसर पर डा. सुनील कुमार, डा. रूश्दा आजमी, पंकज सिंह सहित विभाग के विद्यार्थी मौजूद रहे।


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