Friday 6 December 2013

भारतीय मीडिया ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई : एन के आचार्य


जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में चल रहे टेलीविज़न कार्यक्रम निर्माण पर चल रहे सात दिवसीय विशेष व्याखानमाला का समापन शुक्रवार को  हुआ। विशेष व्याख्यान में पूर्व निदेशक दूरदर्शन वाराणसी एन के आचार्य ने विद्यार्थियों को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए सही उच्चारण,लेखन,संपादन के सिद्धांत,रिपोर्टिंग की तकनीकी समेत कैमरा के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।


श्री आचार्य ने समापन सत्र में सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के समय में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का तेजी से आम आदमी   में लोकप्रियता बढ़ी है।इलेक्ट्रॉनिक मीडिया देश और समाज के विकास में  अपना  कार्यक्रम निर्माण के द्वारा सार्थक योगदान दे रहा है।इस फील्ड में अपना भविष्य तलाशने वाले युवाओं को इसकी बारीकियों को समझना बहुत जरूरी हो गया है।नित नई तकनीकी के आगमन से बेहतरीन कार्यक्रम दर्शकों के सामने है।उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया आज के समय में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सफल रहा है।इस पहचान को आगे बढ़ाने में मीडिया के प्रशिक्षु पत्रकारों में सृजनात्मकता की जरूरत है।

 डॉ मनोज मिश्र ने कहा कि प्रिंट हो या इलेक्ट्रॉनिक सभी मीडिया में वही सफल होते है जिनके पास लेखन कला हो।स्क्रिप्टिंग किसी कार्यक्रम के सफल होने में बहुत बड़ी भूमिका अदा  करता है।संचालन डॉ अवध बिहारी सिंह धन्यवाद ज्ञापन डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने किया।इस अवसर पर विभाग के शिक्षक एवं छात्र छात्राएं मौजूद रहे।

तीन दिवसीय कार्यशाला ७ दिसंबर  से 
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में शनिवार से विज्ञान संचार : स्क्रिप्टिंग,कैमरा,सम्पादन एवं वृत्तचित्र निर्माण विषयक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।कार्यशाला में नई दिल्ली के प्रख्यात विज्ञान फ़िल्मकार एम रहमान एवं विज्ञान संचारक पूनम चौरसिया प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करेंगी।

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