बापू बाजार ने एक और कदम बढ़ा दिया है.
कुलपति प्रो सुंदर लाल ने बीसवें बापू बाजार में कहा कि समाज की अँधेरी झोपड़ियों के कोने में जो लोग है इस बापू बाजार के माध्यम से उनके आसूं पोंछ कर चेहरे पर मुस्कान ला सकते है.
किसान नेता अतुल अंजान ने कहा कि ऐसे समय में जब लोग बापू को भूलते और भुनाते जा रहे है विश्वविद्यालय द्वारा बापू बाजार लगाना बहुत ही विशाल काम है.यह बाजार गरीबों का अभिमान बढ़ा रहा है.
स्वतंत्रता सेनानी महेंद्र महाविद्यालय मऊ
बाजार का उद्घाटन करते कुलपति साथ में बाएं किसान नेता अतुल अंजान |
सामान खरीदते लोग |
बापू झोले के साथ |
No comments:
Post a Comment