वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में किसानों को सीधे लाभ पहुचने के उद्देश्य से नवम्बर २०१२ में मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र की स्थापना की गई. इस केन्द्र की स्थापना के पश्चात किसानों को प्रशिक्षण हेतु केंद्र के समन्वयक एवं विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एम पी. सिंह द्वारा दो कार्यशाला का आयोजन किया जा चुका है. इसी कड़ी में आज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुंदरलाल ने तृतीय कार्यशाला में किसानों को मुफ्त में मशरूम का बीज बांटा.
तृतीय कार्यशाला के बीज वितरण समारोह में किसानों को संबोधित करते हुए प्रो. सुंदरलाल ने कहा कि विश्वविद्यालय को गाँव से जोड़ने का यह एक प्रयास है. मशरूम उत्पादन बिना किसी व्यय के आप कर सकते हैं. विश्वविद्यालय का यह केंद्र आपको सदैव सहयोग करता रहेगा. उन्होंने कहा कि मशरूम का प्रयोग पहले घर, परिवार और फिर इसे व्यवसाय के रूप में करके समाज में लोकप्रिय बनायें.
बायोटेक्नोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष एवं मशरूम केंद्र के समन्वयक प्रो. एमण् पी. सिंह ने कहा कि इस पहल से किसान आसानी से मशरूम कि खेती कर पाएँगे. इससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, कुपोषण से लड़ने में सहायता मिलेगी एवं रोजगार मिलेगा.
कार्यशाला में तीन दर्ज़न किसानों को मुफ्त में बीज बांटा गया. कार्यशाला में डॉ. विवेक पाण्डेय, अभिषेक कुमार श्रीवास्तव एवं संजय विश्वकर्मा ने किसानों को मशरूम उत्पादन हेतु प्रशिक्षण दिया. इस अवसर पर डॉ. राम नारायण डॉ. अजय द्विवेदी, डॉ. अजय प्रताप सिंह, डॉ. ओम प्रकाशए डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. दिग्विजय सिंह राठोर, डॉ. अवध बिहारी सिंहए डॉ. कार्तिकेय शुक्ला एवं अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद थे. किसानों में प्रमोद मिश्र, फुल चंद, गामा प्रसाद, इश्वरचंद पाण्डेय, अरविन्द कुमार लालचंद आदि मौजूद थे.
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